ISSN No: 2231-5063
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Article Name :
मोहन राकेश के नाटकों में मानवीय अस्मिता की तलाश
Author Name :
अंजली
Publisher :
Ashok Yakkaldevi
Article Series No. :
GRT-3721
Article URL :
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Abstract :
मौजूद, अहम् की सतत प्रक्रिया से गुजरती रहती है | अस्मिता शब्द ‘अस्मि’ होने का बोध कराता है | प्रत्येक वस्तु की अपनी अपनी जगह अस्मिता होती है | परन्तु अर्थ की दृष्टी से मनुष्य की अस्मिता ही स्वीकार्य है | हिन्दी संदर्भ कोश मे अस्मिता का अर्थ “योग के अनुसार पांच क्लेशों मे से एक द्रुक (ज्ञान) ,दृष्टी और दर्शन शक्ति को मानना अथवा पुरुष (आत्मा) और बुद्धि मे अभेद मानने भ्रांति है |
Keywords :
  • राजनैतिक हालचाली,
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