ISSN No: 2231-5063
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Article Details ::
Article Name :
‘ गन्धारराज शकुनि ’ नाट्य काव्य में शकुनि का स्थान
Author Name :
रितु
Publisher :
Ashok Yakkaldevi
Article Series No. :
GRT-3303
Article URL :
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Abstract :
‘ डॉ.लीलाधर वियोगी ’ द्वारा रचित ‘ गन्धारराज शकुनि ’ अपनी ही तरह का एक विलक्षण नाट्य – काव्य है | इसमें वियोगी जी ने परम्परा निन्दित , निरदृत और घृणित शकुनि जैसे अमर खलनायक को काव्य का नायक बनाकर नायक – सम्बन्धी प्राचीन मियक को तोड़ा है | सिन्धु नदी की जलधारा ने गन्धार की उर्वरा भूमि को शस्य – श्यामल बनाया |
Keywords :
  • Consumer Behavior,
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