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| Article Name : | | बाबू बालमुकुंद गुप्त की पत्रकारिता में राष्ट्रीय चेतना का स्वर व वेदना : एक विश्लेषणात्मक अध्ययनnaltrexone information go vivitrol uk | | Author Name : | | | Rajeshwer Lather | | Publisher : | | | Ashok Yakkaldevi | | Article Series No. : | | | GRT-4717 | | Article URL : | |  | Author Profile View PDF In browser | | Abstract : | | | “वस्तुतः बाबू बालमुकुंद गुप्त जी के साहित्य व पत्रकारिता में प्रत्येक दृष्टी से राष्ट्रीय भावना ही उजागर हुई है तथा उनकी पत्रकारिता में राष्ट्र-प्रेम का प्रबल स्वर व वेदना मुखरित हुई है | उनकी सामाजिक चेतना की पीछे भी मूल विचार राष्ट्रीय भावना का ही है | तत्कालीन समय में अंग्रेजो से पीड़ित जनता, लुटे जा रहे किसान, व आर्थिक अभावों व व्यवस्थाओं के प्रतिकूल होने से सड़क पर दाम तोड़ते व्यक्तियों की रचनाएं | | | Keywords : | | - Socio – Economic Condition,
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