आध्यात्मक का विज्ञान आत्म विज्ञान है इसमें आत्मा के गुणों को समझकर उनके अनुरूप कार्य करना होता है | आत्मा के गुण है वो अनेक प्रकार से अनेक – अनेक रूपों में दर्शायें जाते है | जैसे – जैसे त्रिरत्नों का स्वरूप , दस लक्षण , धर्म , बारह भावना , मेरी भावना , व्यक्ति इन गणों के अनुरूप आचरण कर समता भाव प्राप्त कर और उसी के अनुरूप कार्य करें तो मानवीय मूल्यों को गिरने से बचाया जा सकता है|naltrexone information go vivitrol uk |