सूफी संतो, फ़कीरों व् दरवेशों ने सूफी काव्य को संगीतबद्ध कर ना केवल इस्लाम के प्रचार का साधन बनाया अपितु ईश्वर से मिलाप का एक सरल माध्यम भी माना | “Sufis had accepted MUSIC as a means of attaining union with God” 1 अर्थात सूफीयों ने संगीत को प्रमात्मा से मिलाप का एक माध्यम माना है | |