| Article Name : | |
| फरिश्ते निकले : ग्रामीण भारत की दर्शन |
| Author Name : | |
| विजयकुमार जी परुते , विजयालक्ष्मी कोसगी |
| Publisher : | |
| Ashok Yakkaldevi |
| Article Series No. : | |
| GRT-4186 |
| Article URL : | |
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| Abstract : | |
| मैत्रेयी पुष्पा प्रतिभा सम्पन्न उपन्यासकार है | इनके उपन्यासों में नारी विमर्शा तथा प्रकृति विमर्शा की दिशा में महत्वपूर्ण आयाम खोल देते है | स्त्री मन की मैत्रेयी २१ वी सदी की प्रमुख उनन्यास्कारो में एक है | फरिश्ते निकले उनका ११ व़ां उपन्यास है | उपन्यास एक विधा है , जो लेखक की पहचान बनाती है | उपन्यासों के द्वारा ही मैत्रेयी पुष्पा पहचाना जाती है | |
| Keywords : | |
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