समाज में जो भी घटित होता है बदलते समय के साथ वो इतिहास में परिवर्तित हो जाता है । कुछ ऐसा ही इतिहास हमारे मध्यकाल का भी रहा है । यह काल हिंदी साहित्य काबहुत ही महत्त्वपूर्ण काल रहा इस काल में जहां एक और भारतीय जनता को बाह्य आक्रमण झेलने पड रहे थे , वही आंतरिक रूप मे जहाँ सामाजिक भेद -भाव, विसंगतियाँ , रूढियो आदि से जकडी हुई थी । ऐसी जकडन से जनता को निकालने का कार्य मध्यकालीन पुरुष व स्त्री संतो ने किया । |