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| Article Name : | | | १९७५ नंतरची मराठी ग्रामीण कथा | | Author Name : | | | आशालता नारायण खोत | | Publisher : | | | Ashok Yakkaldevi | | Article Series No. : | | | GRT-4556 | | Article URL : | |  | Author Profile View PDF In browser | | Abstract : | | | कथा हा प्रकार अत्यंत प्राथमिक व स्वाभाविक आहे.तो सर्व वाड्मय प्रकारांना व्यापून उरणारा आहे.कोणत्याही भाषेतील कथा त्या-त्या संस्कृतीचे प्रतीक ठरतात.कथा निर्मीतीच्या दोन प्रेरणा असतात. १)प्रत्येक कथा लेखकाला काहीतरी व्यक्त करायचे असते. २)मानवी जीवनाबद्दलच्या जिज्ञासेतून तो लिहित असतो. | | Keywords : | | |
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