Article Name : | |
अपभ्रंश जैन काव्य परंपरा : प्रमुख कवि एवं रचनाएँ |
Author Name : | |
प्रभावती कोठारी , शकुन्तला जैन |
Publisher : | |
Ashok Yakkaldevi |
Article Series No. : | |
GRT-5053 |
Article URL : | |
| Author Profile View PDF In browser |
Abstract : | |
आदिकाल की उपलब्ध सामग्री में सबसे अधिक संख्या जैन ग्रंथों की हैं | जैन साहित्य अधिकांशत: अपभ्रंश भाषा में खिला गया है | भाषा एवं साहित्य की विकास यात्रा में जर्मन विद्वान रिचर्ड पिशेल एवं हरमन याकोबी ने अपभ्रंश पर महत्त्वपूर्ण कार्य किया है | रिचर्ड पिशेल को अपभ्रंश का ‘पाणिनि’ कहते हैं | |
Keywords : | |
- Modern Marketing,लोकशाही,
|