देश को अगर २०२० तक पावर बनना है तो उसके लिए पढे- लिखे तथा दक्ष्य कार्मियो की जरुरत है | हमे काफी बडी संख्या में इनकी जरुरत है और इसके लिए उच्च शिक्षा में सक्त परिवर्तनो की जरुरत है | हमे ज्ञान को दुसरो से लेना नही बल्की हमारा लक्ष्य होना चहिए की हम स्वयं कैसे ज्ञानवान बने | दुर्भाग्य से देश में जो उच्च शिक्षा का स्तर है वह सही नही है अगर इसे समय रहते नही बदला गया तब इस देश को गंभीर परिणाम भुगतने पडेंगे |युनेस्को की रिपोर्ट के अनुसार सभी विकास सुचकाको में हम शिक्षा के क्षेत्र में १५ देशो की सूची में आते है | सरकार ने देश में ऐसे संस्थानो को काली सूची में डालाना आरंभ कर दिया है जो एक निर्धारित स्तर की शिक्षा नही दे पा रहा है | |