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Article Name : | | यशपाल शर्मा कृत उपन्यास 'उडान' में व्यक्त समाज | Author Name : | | दीपवाली देवी W/O श्री फूल सिंह | Publisher : | | Ashok Yakkaldevi | Article Series No. : | | GRT-5583 | Article URL : | | | Author Profile View PDF In browser | Abstract : | | आज का समाज अधोमुख है। समाज के निवासी अपनी स्थिति में संतुष्ट नहीं हैं। नीतियों ने उन्हें अत्यधिक निर्धन बना दिया । फलस्वरूप उदर पूर्ति के लिए उन्हें अनेक अन्य बुराइयों की ओर अग्रसर होना पड़ता है। इस समय किसान, मजदूर तथा समाज के अन्य श्रमिक दुखी हैं, क्योंकि किसानों पर जमींदारों के माध्यम में कहर ढाया जा रहा है जबकि यंत्रीकरण के माध्यम में श्रमिकों की रोजी-रोटी पर प्रहार हो रहा है। समाज में अनेक ऐसी कुरीतियां घर कर गई , जिनके कारण लोगों का जीवन जर्जरित होता जा रहा है। अनमेल विवाह, बाल विवाह, छुआछूत, हिंदू-मुस्लिम अनैक्य, दहेज प्रथा, विदेश गमन रोक आदि अनेक ऐसी बातें समाज में प्रचलित है, जिसमें भारतीय समाज में उन्नति में बहुत दूर प्रतीत होता है। लोगों में ईर्ष्या-द्वेष का भाव भी बढ़ रहा है। | Keywords : | | |
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