बिहार में किसानों की दुर्दशा के फलस्वरूप सर्वप्रथम पुर्णिया जिला में वर्ष, 1902 में सहकारी समिति का गठन हुआ। सहकारिता साख समिति अधिनियम वर्ष, 1904 में पारित हुआ और यह बिहार जैसे पिछड़े प्रदेश के लिए वरदान साबित हुआ। इस प्रकार सहकारिता साख समिति अधिनियम के पारित होने के बाद वर्ष, 1904 से ही भारत में सहकारिता आन्दोलन की औपचारिक शुरूआत मानी जाती है। सहकारिता का प्रचलन विदेशी शासकों ने अपने हितों की रक्षा के लिए किया था। सहकाारिता आन्दोलन और उसके विकास के बारे में जहां तक भारत का संबंध है, देश में सहकारिता आन्दोलन कृषि और उससे सम्बद्ध क्षेत्रों में शुरू हुआ था। |