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            | Article Name :  |  |  | स्त्री भ्रृणहत्येचा समाजावर होणारा परिणाम |  | Author Name :  |  |  | एम.एम.जगताप |  | Publisher :  |  |  | Ashok Yakkaldevi |  | Article Series No. :  |  |  | GRT-6431 |  | Article URL :  |  |    | Author Profile    View PDF In browser |  | Abstract :  |  |  |   “स्त्री लिंग भ्रृणहत्या महापाप !
	मानव समाज बिघडविण्याचा अभिशाप!!”
	आजच्या माहिती तंत्रज्ञानाच्या युगात प्रगत महिला ही पुरूषांच्या खांदयाला खांदा लावून प्रगतीचे दरवाजे खुले करीत आहे. परिवर्तनवादी विचारसरणीचा आढावा घेऊन जीवनातील सातत्य व प्रगतीशील जीवनाच्या उपाययोजना यांना आत्मसात करून प्रगतीचे एक-एक पाऊल पूढे टाकीत आहोत तरी सुध्दा हुंडाबळी, देवदासी, वेश्या व्यवसाय, बलात्कार, कुमारी माता, अपहरण, खुन, घटस्फोट स्त्री अत्याचार अशा विविध समस्या स्त्रियांपुढे आ वासून उभ्या आहेत देशात बालीका भ्रृणहत्येचे प्रमाण लक्षणीय वाढले असून यात सर्वाधिक प्रसवपूर्व गर्भलिंग निदानाच्या वेळी अर्थात जन्माला यायच्या आधीच तीला मारले जाते.
 |  | Keywords :  |  |  - स्त्री भ्रृणहत्या ,हुंडाबळी,बलात्कार,
 
            
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